"जा के सिर पर हाथ म्हारा बालाजी का होवे" सागवाड़ा में 742वां संगीतमय सुंदरकांड पाठ व भजन संध्या

मेहता का पारडा गांव में यजमान धनेश्वर व्यास के घर 742वां संगीतमय सुंदरकांड पाठ व भजन संध्या भक्ति रस से सम्पन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने भजनों का आनंद लिया।
सागवाड़ा | नगर के मानस मंडल सेवा संस्थान द्वारा प्रति शनिवार आयोजित 742वें संगीतमय सुंदरकांड पाठ व भजन संध्या का आयोजन मेहता का पारडा गांव में यजमान धनेश्वर सुखराम व्यास के निवास स्थान पर भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ यजमान द्वारा भगवान श्री राम व हनुमानजी के पूजन से किया गया। कार्यक्रम में उमेश कलाल ने गणपति व राहुल भगत ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। हेमंत भट्ट ने हनुमान जी का आव्हान करते हुए सभी श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने राष्ट्रदेवो भवः की भावना से राष्ट्रगान भी गाया। सुंदरकांड पाठ की चौपाइयों का गायन जितेन्द्र कलाल व सौरभ भट्ट ने किया। मंडल की ओर से विनायक पंचाल व भगू दर्जी ने यजमान परिवार का माल्यार्पण व उपरना ओढ़ाकर ससम्मान स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मंडल अध्यक्ष किशोर भावसार ने कहा, “जा के सिर पर हाथ म्हारा बालाजी का होवे उनका बाल बांका ना होवे।” इसके साथ ही जुगल किशोर सोनी, चेतन गोगरोत, प्रीतम पंचाल, नकुल गोगरोत समेत कई कलाकारों ने भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी।
डैनी वर्मा के मधुर ऑर्गन संगीत तथा विनायक पंचाल व रुद्र नीरज के ढोलक की थाप पर श्रद्धालु झूम उठे। निलेश गामोट, रमेश जोशी, ललित मिस्त्री, जगदीश सुथार, रोशन भट्ट ने अन्य वाद्ययंत्रों पर संगत दी। नरेश भट्ट शिवलहरी ने हनुमान चालीसा का पाठ कर कार्यक्रम को और भी धार्मिक बना दिया। अंत में यजमान परिवार ने भगवान की आरती उतार कर प्रसाद वितरण किया। मंडल के भरत भट्ट ने 741 यजमानों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि योगिनी एकादशी पर सुंदरकांड पाठ करने से विशेष लाभ होता है। इस अवसर पर रितेश गामोट, अरविंद, मानशंकर मेहता, मनोहर मेहता, प्रकाश त्रिवेदी, गणेशलाल व्यास, कुशाल सेवक, निर्भयशंकर मेहता, हितेश, महेश, अरविंद सहित आसपास के कई धर्मप्रेमी मौजूद थे।