कलाल समाज चौखला चौरासी का प्रतिभा सम्मान समारोह भव्य रूप से सम्पन्न, 90 प्रतिभाओं और 41 वृद्धजनों का हुआ सम्मान, समाज नियमावली पुस्तक का किया गया विमोचन

प्रतिभाओं को चांदी के मेडल व प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित,
समाज के एकजुटता व अनुशासन की दिशा में नियमावली पुस्तक का विमोचन
सीमलवाड़ा। कलाल समाज चौखला चौरासी की ओर से रविवार को सीमलवाड़ा के सुंदरम रिसोर्ट में प्रतिभावान सम्मान समारोह, वृद्धजन सम्मान एवं समाज नियमावली पुस्तक विमोचन समारोह उत्साह और गरिमा के साथ आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता हीरालाल कलाल (अध्यक्ष, चौखला चौरासी) ने की।मुख्य अतिथि के रूप में चिमनलाल गैंजी कलाल (अध्यक्ष, दस इकाई डूंगरपुर) उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि प्रशासनिक अधिकारी मुकेश कुमार कलाल, राजेश कुमार आसान जिलाध्यक्ष, बांसवाड़ा, नगीनलाल कलाल संरक्षक, दस इकाई, रमणलाल नवाडेरा कलाल (पूर्व संरक्षक), नानूलाल कलाल (अध्यक्ष, तीन चौखला सागवाड़ा), गेबीलाल कलाल (अध्यक्ष, डूंगरपुर इकाई), दिलीप पटेल, देवीलाल सुरजगांव, रमणलाल पाडली, देवीलाल कोकापूर, अशोक कुमार जोगीवाड़ा, भरतलाल कलाल, बालकृष्ण कलाल, चंदूलाल कलाल, एडवोकेट नगीनलाल कलाल (महासचिव), अमृतलाल कलाल (सेवानिवृत्त डीईओ), चुन्नीलाल करावाड़ा कलाल, सुखलाल कलाल (स्थानीय संरक्षक), रतन देवी कलाल (महिला संरक्षक) आदि शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन एवं माता सरस्वती की तस्वीर समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। गणेश वंदना रीना कलाल एवं उनके दल द्वारा प्रस्तुत की गई। अतिथियों का स्वागत पगड़ी, उपरणा एवं माल्यार्पण से किया गया। संचालन सचिव गुणवंत कलाल, एसीबीईओ मनोज कुमार कलाल, कोषाध्यक्ष डायालाल कलाल, हेमंत कलाल पीठ द्वारा किया गया।
प्रतिभाओं और वरिष्ठजनों का सम्मान
वर्ष 2023, 2024 और 2025 की परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 90 छात्र-छात्राओं को चांदी के मेडल, मोमेंटो, और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समाज के 41 वरिष्ठजनों (जिनकी उम्र 75 वर्ष या उससे अधिक है) को शॉल, उपरणा और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। चांदी के मेडल पूर्व अध्यक्ष स्व. धनजी दादा कलाल की स्मृति में उनके पुत्र कांतिलाल कलाल और देवीलाल कलाल द्वारा प्रदान किए गए। मोमेंटो स्व. सुखलाल कलाल पीठ की स्मृति में उनके पुत्र हितेश कलाल और नीरज कलाल द्वारा प्रदान किए गए।
समाज नियमावली पुस्तक का विमोचन
समाज की एकरूपता और अनुशासन के लिए तैयार की गई नियमावली पुस्तक का भव्य विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। प्रशासनिक अधिकारी मुकेश कुमार कलाल ने कहा कि “वह समाज आगे बढ़ता है जो आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टि से मजबूत होता है। मेहनत और अनुशासन ही सफलता की कुंजी हैं।” मुख्य अतिथि चिमनलाल गैंजी कलाल ने जिलास्तरीय केंद्रीय कार्यकारिणी बनाने का सुझाव दिया और सामूहिक आयोजन को प्रोत्साहन देने तथा फिजूल खर्ची पर नियंत्रण की बात कही। बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष राजेश कुमार आसान ने आगामी जनगणना में जाति के कॉलम में 'कलाल' ही लिखने की अपील की ताकि समाज की एकजुटता का राष्ट्रीय स्तर पर परिचय हो सके।
विशेष सम्मान व आभार
पत्रकार एवं समाज सचिव गुणवंत कलाल को वीरता सम्मान से सम्मानित किया गया। सरकारी सेवा में चयनित और सेवानिवृत्त समाजजन, तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य लालचंद कलाल को भी मंच से सम्मानित किया गया। भामाशाहों में कांतिलाल कलाल, देवीलाल कलाल, हितेश कलाल, नीरज कलाल, तारा देवी कलाल, गजेंद्र कुमार कलाल, धर्मेंद्र कुमार कलाल, रणछोड़ कलाल, रमणलाल रास्ता, ललित कलाल, शंभूलाल बांसिया, अमृतलाल रास्ता, कन्हैयालाल मेरूआ का भी मंच पर स्वागत हुआ।
उपस्थित पदाधिकारी:
नटवरलाल कलाल, गोपाल कलाल, चंदूलाल कलाल, जयंतियाला कलाल, अशोक कुमार कलाल, देवीलाल कलाल, पन्नालाल कलाल, नरेश कुमार कलाल, कांतिलाल कलाल, चुन्नीलाल कलाल, केशवलाल कलाल, युवाध्यक्ष योगेश कलाल, अंबालाल कलाल, देवचंद कलाल, पूनमचंद कलाल, हेमचंद कलाल, जगदीश कुमार कलाल, लालजी कलाल, जितेंद्र कलाल, सुशील कलाल, जिग्नेश कलाल, प्रदीप कलाल, पंकज कुमार कलाल, नरेंद्र कलाल, योगेश कलाल, नारायणलाल कलाल, दिनेश कलाल, अजय कलाल, कोदरलाल कलाल, नाथूलाल कलाल, खेमचंद कलाल, सुनील कलाल, शारदा देवी कलाल, शंकरलाल कलाल, देवेंद्र कलाल, घनश्याम कलाल, दीनबंधु कलाल, जमनालाल कलाल सहित सैकड़ों समाजजन उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन सचिव गुणवंत कलाल ने किया।
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